खड़कपुर 24 Jun IIT के मुख्य द्वार पर छात्र फैजान और छात्रा देविका की मौत पर CPIM ने किया विरोध प्रदर्शन |
खड़कपुर आईआईटी के परिसर में हाल ही में हुई असामयिक मौतों को लेकर सीपीआईएम ने विरोध प्रदर्शन किया। आईआईटी के मुख्य द्वार पर छात्रों और स्थानीय लोगों ने मिलकर निदेशक वी. के. तिवारी और मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार के खिलाफ नारेबाजी की और उनके पुतले फूंके।
फैजान अहमद और देविका पिल्लई की असामयिक मौतें
फैजान अहमद की मृत्यु
2022 में फैजान अहमद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। इस मामले को लेकर छात्र समुदाय और फैजान के परिवार ने प्रशासन पर कई सवाल उठाए थे। फैजान की मृत्यु को पहले आत्महत्या बताया गया था, लेकिन बाद में कोलकाता हाई कोर्ट की जांच में इसे हत्या का मामला बताया गया।
देविका पिल्लई की मृत्यु
17 जून 2024 को देविका पिल्लई, जो आईआईटी खड़कपुर की छात्रा थी, का शव एसईजी हॉल में मिला। देविका की मृत्यु को भी पहले आत्महत्या बताया गया, लेकिन सूत्रों के अनुसार, जिस प्रकार से देविका का शव मिला था, उससे हत्या की संभावना जताई जा रही है।
सीपीआईएम का विरोध प्रदर्शन
प्रमुख मांगें
सीपीआईएम ने इन दोनों घटनाओं के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मुख्य मांगें निम्नलिखित थीं:
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मौत का जुलूस बंद करो: सीपीआईएम ने आईआईटी खड़कपुर में हो रही संदिग्ध मौतों की कड़ी निंदा की और इन्हें रोकने की मांग की।
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निदेशक और मुख्य सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई: सीपीआईएम ने निदेशक वी. के. तिवारी और मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
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सीबीआई जांच की मांग: सीपीआईएम ने कोलकाता हाई कोर्ट से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की ताकि दोषियों को सजा मिल सके।
विरोध प्रदर्शन का आयोजन
सीपीआईएम की खड़कपुर सिटी साउथ कमेटी ने इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। जब सीपीआईएम नेतृत्व आईआईटी परिसर के अंदर पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराने गए, तब उन्हें गेट के सामने ही आईआईटी सुरक्षा गार्डों ने रोक दिया और मुख्य द्वार बंद कर दिए। इससे प्रदर्शनकारियों में और भी आक्रोश फैल गया।
आईआईटी प्रशासन की प्रतिक्रिया
आईआईटी प्रशासन ने इन घटनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों मामलों की जांच जारी है और प्रशासन हर संभव कदम उठा रहा है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। प्रशासन ने छात्रों और उनके परिवारों को सुरक्षा और न्याय का आश्वासन भी दिया।
छात्र समुदाय की भूमिका
आईआईटी खड़कपुर के छात्र समुदाय ने भी इन घटनाओं पर गहरा शोक व्यक्त किया और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने कहा कि वे अपने साथी छात्रों की सुरक्षा और न्याय के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
छात्रों का आत्मरक्षा अभियान
छात्र समुदाय ने आत्मरक्षा और सुरक्षा के लिए एक अभियान शुरू किया है, जिसमें वे खुद को सुरक्षित रखने के तरीकों और उपायों पर चर्चा कर रहे हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आत्महत्या के कगार से बचाना और उन्हें मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है।
मीडिया का दृष्टिकोण
देशभर के मीडिया ने इन घटनाओं को प्रमुखता से कवर किया। असम के एक प्रमुख चैनल ने फैजान अहमद की हत्या के संदर्भ में एक इंटरव्यू प्रसारित किया जिसमें फैजान की माताजी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। इसी प्रकार, देविका पिल्लई की मृत्यु को लेकर भी मीडिया ने प्रशासन से जवाबदेही की मांग की।
निष्कर्ष
आईआईटी खड़कपुर में फैजान अहमद और देविका पिल्लई की मौतों ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इन घटनाओं ने शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को फिर से उजागर किया है। सीपीआईएम और छात्रों के विरोध प्रदर्शनों ने प्रशासन को यह संदेश दिया है कि छात्रों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना उनकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
इन मौतों की पूर्ण और निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई की मांग और दोषियों को सजा दिलाने का संकल्प ही इस संकट से उबरने का सही मार्ग है।