IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. ने मिलाया हाथ, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करेंगे
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर (IIT खड़गपुर) और जिंदल स्टेनलेस लि. ने आज एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत वे संयुक्त रूप से अनुसंधान और विकास (R&D) परियोजनाओं पर काम करेंगे। इस समझौते का उद्देश्य स्टेनलेस स्टील प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार और प्रगति को बढ़ावा देना है।
MOU के तहत, IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. निम्नलिखित क्षेत्रों में सहयोग करेंगे:
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स्टेनलेस स्टील के नए मिश्र धातुओं का विकास
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स्टेनलेस स्टील के उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए नई तकनीकों का विकास
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स्टेनलेस स्टील के उपयोग के लिए नए अनुप्रयोगों का विकास
इस सहयोग से दोनों पक्षों को लाभ होगा। IIT खड़गपुर को अपने अनुसंधान और विकास के प्रयासों के लिए जिंदल स्टेनलेस लि. से वित्तीय और तकनीकी सहायता प्राप्त होगी। जिंदल स्टेनलेस लि. को IIT खड़गपुर के अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं और विशेषज्ञता तक पहुंच प्राप्त होगी। IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. ने मिलाया हाथ, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करेंगे
IIT खड़गपुर के निदेशक, प्रोफेसर वी.के. Tewari ने कहा, “यह MOU IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी का प्रतीक है। हमें विश्वास है कि यह सहयोग स्टेनलेस स्टील प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति लाएगा।” IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. ने मिलाया हाथ, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करेंगे
जिंदल स्टेनलेस लि. के प्रबंध निदेशक, श्री Abhyuday Jindal ने कहा, “हम IIT खड़गपुर के साथ इस साझेदारी को लेकर उत्साहित हैं। यह MOU हमें स्टेनलेस स्टील प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बनने में मदद करेगा।”
यह MOU IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. के बीच एक दीर्घकालिक संबंध की शुरुआत है। दोनों पक्षों को विश्वास है कि यह सहयोग दोनों संस्थानों के लिए और भारत के लिए फायदेमंद होगा।
अतिरिक्त जानकारी:
- IIT खड़गपुर भारत के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक है।
- जिंदल स्टेनलेस लि. भारत की सबसे बड़ी स्टेनलेस स्टील कंपनियों में से एक है।
- MOU के तहत, IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. संयुक्त रूप से अनुसंधान और विकास परियोजनाओं पर काम करेंगे।
- इस सहयोग का उद्देश्य स्टेनलेस स्टील प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार और प्रगति को बढ़ावा देना है।
Keywords:
- IIT खड़गपुर
- जिंदल स्टेनलेस लि.
- अनुसंधान और विकास
- स्टेनलेस स्टील प्रौद्योगिकी
- MOU
शीर्षक: कॉर्पोरेट और औद्योगिक जगत के लिए भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान खड़गपुर का मार्गदर्शक
भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर भारत के अग्रणी तकनीकी संस्थानों में से एक है, जो न केवल तकनीकी शिक्षा प्रदान करता है बल्कि कॉर्पोरेट और औद्योगिक जगत को सहयोग करने के लिए भी जाना जाता है. आइए देखें कि आईआईटी खड़गपुर किस प्रकार से उद्योगों की सहायता करता है: IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. ने मिलाया हाथ, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करेंगे
अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) सहयोग: आईआईटी खड़गपुर में विभिन्न विभागों में अत्याधुनिक अनुसंधान हो रहा है. कंपनियां अपने उत्पादों और प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए संस्थान के साथ मिलकर शोध कर सकती हैं.
उद्योग जगत के लिए सलाहकार सेवाएं: आईआईटी खड़गपुर के अनुभवी प्रोफेसर उद्योगों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि मैन्युफैक्चरिंग, प्रबंधन और रणनीति आदि में सलाह प्रदान करते हैं. IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. ने मिलाया हाथ, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करेंगे
कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रम: संस्थान उद्योग जगत के पेशेवरों के लिए विभिन्न कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रम प्रदान करता है, ताकि वे अपने कौशल को उन्नत कर सकें और उद्योग की नवीनतम प्रवृत्तियों से अवगत रह सकें.
बेशन और उद्यमिता सहायता: आईआईटी खड़गपुर इनक्यूबेशन सेंटर उद्यमियों को उनके व्यवसायों को शुरू करने और विकसित करने में मदद करता है. यह उन्हें資金 (ทุน) जुटाने, बाजार तक पहुंचने और नेटवर्क बनाने में सहायता प्रदान करता है. IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. ने मिलाया हाथ, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करेंगे
प्र placement सहायता: आईआईटी खड़गपुर अपने छात्रों को कॉर्पोरेट जगत में बेहतरीन प्लेसमेंट दिलाने के लिए जाना जाता है. कंपनियां परिसर में भर्ती के लिए आती हैं और संस्थान छात्रों को उद्योग के लिए तैयार करने में मदद करता है. IIT खड़गपुर और जिंदल स्टेनलेस लि. ने मिलाया हाथ, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करेंगे
कॉर्पोरेट और औद्योगिक जगत आईआईटी खड़गपुर के साथ निम्नलिखित तरीकों से जुड़ सकते हैं:
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संस्थान के साथ मिलकर शोध करार करना.
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सलाहकार सेवाओं का लाभ उठाना.
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कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रमों में अपने कर्मचारियों का नामांकन करना.
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इनक्यूबेशन सेंटर की सुविधाओं का लाभ उठाना.
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परिसर भर्ती प्रक्रिया में भाग लेना.
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