खड़गपुर के पास मेदिनीपुर हावड़ा लोकल हुई बेपटरी, यात्रियों में मचा हड़कंप; मरम्मत अभियान शुरू 10 जून, 2023
खड़गपुर के पास मेदिनीपुर हावड़ा लोकल हुई बेपटरी, यात्रियों में मचा हड़कंप; मरम्मत अभियान शुरू 10 जून, 2023खड़गपुर: शनिवार की रात करीब 9:30 बजे, खड़गपुर के पास मेदिनीपुर-हावड़ा लोकल ट्रेन बेपटरी हो गई। इस घटना से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
ट्रेन मेदिनीपुर से हावड़ा जा रही थी। घटना गिरी मैदान और खड़गपुर के बीच पोर्टरखोली के समीप हुई। बताया जा रहा है कि ट्रेन का एक डिब्बा पटरी से उतर गया, जिससे ट्रेन रुक गई।
खड़गपुर के पास मेदिनीपुर हावड़ा लोकल हुई बेपटरी, यात्रियों में मचा हड़कंप; मरम्मत अभियान शुरू 10 जून, 2023घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। इस घटना के कारण खड़गपुर-हावड़ा रेल मार्ग पर कुछ देर के लिए यातायात बाधित रहा।
प्रभावित ट्रेनों की सूची:
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18409, शालीमार-पुरी श्री जगन्नाथ एक्सप्रेस, 13 जून, 2023 को रद्द
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22853, शालीमार-विशाखापट्टनम सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 13 जून, 2023 को रद्द
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22807, संतरागाछी-एमजीआर चेन्नई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 13 जून, 2023 को रद्द
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18037, खड़गपुर-जाजपुर केओनझर रोड एक्सप्रेस, 13 जून, 2023 को रद्द
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18043, हावड़ा-भद्रक एक्सप्रेस, 13 जून, 2023 को रद्द
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08031, बालासोर-भद्रक एमईएमयू स्पेशल, 13 जून, 2023 को रद्द
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12277, हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस, 13 जून, 2023 को रद्द
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22887, हावड़ा-सर एम. विश्वेश्वरय टर्मिनल चेन्नई सेंट्रल एक्सप्रेस, 13 जून, 2023 को रद्द
यात्रियों को सलाह:
खड़गपुर के पास मेदिनीपुर हावड़ा लोकल हुई बेपटरी, यात्रियों में मचा हड़कंप; मरम्मत अभियान शुरू 10 जून, 2023
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यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा करने से पहले ट्रेनों की स्थिति की जांच कर लें।
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रेलवे की वेबसाइट या एनटीईएस ऐप के माध्यम से ट्रेनों की स्थिति की जांच की जा सकती है।
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यात्री रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी कॉल करके ट्रेनों की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यह घटना रेलवे सुरक्षा के प्रति गंभीर चिंता का विषय है। रेलवे को इस मामले की जांच करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।
उदाहरण:
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2022 में, भारत में 23 ट्रेन हादसे हुए, जिनमें 150 से अधिक लोगों की जान गई।
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2017 में, खजुराहो-हबीबगंज एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, जिसमें 150 से अधिक लोगों की जान गई।
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2015 में, यमुनानगर-हरिद्वार पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतर गई, जिसमें 30 से अधिक लोगों की जान गई।
यह घटना रेलवे सुरक्षा के प्रति गंभीर चिंता का विषय है। रेलवे को इस मामले की जांच करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।
ईएमयू स्थानीय ट्रेन: भारतीय रेलवे का अद्वितीय हिस्सा
ईएमयू (इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) स्थानीय ट्रेन भारतीय रेलवे का एक अद्वितीय हिस्सा है। यह ट्रेन भारत के शहरों और उनके परिसरों में महत्वपूर्ण साधारण परिवहन का संचालन करती है। इसका इतिहास समृद्ध है और यह ट्रेन भारतीय रेलवे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ईएमयू ट्रेन का विकास:
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रेलवे परिवहन के आधुनिकीकरण के साथ जुड़ा हुआ है।
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लोकल स्थानीय यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक और दुर्घटना मुक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
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प्रारंभिक दशकों में इन ट्रेनों के डिजाइन, तकनीक और सुरक्षा में कई बदलाव किए गए।
उपयोगिता:
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गतिशील जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है।
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लोग अपने दैनिक कामों को समाप्त करने के लिए स्थल से स्थल तक आसानी से यात्रा कर सकते हैं।
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शहरों में जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
विकास में प्रगति:
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नई तकनीक और सुविधाएं शामिल की गई हैं।
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अब ये ट्रेन सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक हैं।
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आरामदायक सीटिंग और वातानुकूलन की व्यवस्था।
अर्थव्यवस्था पर प्रभाव:
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लोकल अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित किया है।
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लोग अपने आस-पास के इलाकों में रोजगार, व्यापार और अन्य गतिविधियों को समर्थन दे पाते हैं।
चुनौतियां:
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भीड़
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सुरक्षा मामले
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यात्री सुविधाओं की कमी
भारतीय रेलवे द्वारा किए गए प्रयास:
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भीड़भाड़ कम करने के लिए अधिक ट्रेनें और डिब्बे।
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सुरक्षा बलों की तैनाती और सीसीटीवी कैमरों की स्थापना।
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यात्री सुविधाओं में सुधार, जैसे कि बेहतर बैठने की व्यवस्था, स्वच्छता और सूचना प्रणाली।