रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
खड़कपुर: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक वर्तमान रेलकर्मी भी शामिल है। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने खड़कपुर में कई लोगों से बड़ी रकम लेकर लाखों रुपए की ठगी की थी।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
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दुल चिन्ना
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पूर्व कोटेश्वर राव (रेलवे कर्मचारी)
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सबीना खातून
जीआरपी पुलिस अधीक्षक देवाश्री सान्याल ने बताया कि तीनों आरोपी खड़कपुर के निवासी हैं। उन्हें पुलिस रिमांड में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उनका दावा है कि उनके पास विभिन्न राज्यों में संपर्क है, इसलिए पुलिस विभिन्न राज्यों में जांच कर रही है। ताकि यह पता लग सके कि इन तीनों गिरोह को किसने और कितना पैसा दिया। रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
खड़कपुर जीआईपीए ने इसे सूचना के स्रोत के रूप में प्राप्त किया है। एक चक्र तंत्र के माध्यम से रेलवे चाकरी के नाम पर विवादित लाभ प्रदान किया गया था। आरोपियों ने आवेदकों को अवैध तरीके से रेलवे चाकरी का वादा किया और बड़ी रकम ली। अपॉइंटमेंट पत्र और अन्य दस्तावेजों का उपयोग करके उन्होंने लोगों को धोखा दिया। इसके बाद, जाँच शुरू हुई और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
यह घटना रेलवे भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और भ्रष्टाचार को उजागर करती है। यह भी दर्शाता है कि लोगों को रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी से सावधान रहना चाहिए और केवल आधिकारिक वेबसाइटों और सूचनाओं पर भरोसा करना चाहिए। रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
रेलवे नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी
रेलवे नौकरी भारत में सबसे लोकप्रिय नौकरियों में से एक है। हर साल लाखों युवा रेलवे में नौकरी पाने के लिए परीक्षा देते हैं। इसी लोकप्रियता का फायदा उठाकर कुछ लोग रेलवे नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करते हैं। रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
धोखाधड़ी के तरीके
धोखाधड़ी करने वाले कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। कुछ सामान्य तरीके इस प्रकार हैं: रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
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फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट
धोखाधड़ी करने वाले अक्सर फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट बनाते हैं जो रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट की तरह दिखते हैं। इन वेबसाइटों और अकाउंटों पर वे रेलवे नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए लोगों से पैसे मांगते हैं।
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नकली नियुक्ति पत्र
धोखाधड़ी करने वाले कभी-कभी नकली नियुक्ति पत्र भी बनाते हैं और लोगों को देते हैं। इन पत्रों में रेलवे का लोगो और अन्य आधिकारिक जानकारी होती है। यह लोगों को विश्वास दिलाता है कि पत्र असली है।
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एजेंटों का इस्तेमाल
धोखाधड़ी करने वाले अक्सर एजेंटों का इस्तेमाल करते हैं। ये एजेंट लोगों को रेलवे नौकरी दिलाने का झांसा देते हैं और उनसे पैसे मांगते हैं।
धोखाधड़ी से बचने के उपाय
रेलवे नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
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केवल रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट से जानकारी प्राप्त करें।
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रेलवे नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए कभी भी किसी को पैसे न दें।
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नियुक्ति पत्र प्राप्त करने से पहले उसकी सत्यता की जांच कर लें।
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किसी भी एजेंट के माध्यम से रेलवे नौकरी के लिए आवेदन न करें।