Friday, May 17, 2024
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विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।
विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।
विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

खड़गपुर: 108 साल में पहली बार विधानपल्ली सोलापुरी माता ने नगर भ्रमण किया। यह एक ऐतिहासिक घटना थी और शहरवासियों ने इस अवसर का भरपूर आनंद लिया।

नगर भ्रमण:

मंदिर के मुख्य मूर्ति को मंदिर परिसर से पहले पालकी में निकाला गया। भक्तों की भारी भीड़ के बीच पालकी हितकारिणी स्कुल के पास पहुंची, जहां मां को रथ में बैठाया गया। रथ यात्रा मलिंचा, नीमपुरा, मथुराकाठी नई खोली, ओल्ड सेटलमेंट और खरीदा होते हुए मंदिर में वापस आई। विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

स्वागत:

इस बीच, माता पूजा कमेटियों और विभिन्न मंदिर कमेटियों ने मां का स्वागत किया। जगह-जगह भक्तों ने मां के दर्शन किए और पुष्प वर्षा की। विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

नगर परिक्रमा अब हर साल होगी:

विधानपल्ली मंदिर कमेटि ट्रस्ट के सचिव एस सत्यनारायण ने कहा कि 108 वर्ष में पहली बार मां मंदिर प्रांगण से निकलीं। शहर में मां के स्वागत के लिए उमड़े लोगों से कमेटि खुश दिखे। सचिव ने बताया कि अब हर साल अमावस्य़ा से पहले मां का नगर परिक्रमा होगा।

विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।
विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

उदाहरण:

नगर भ्रमण के दौरान, मां को विभिन्न स्थानों पर भक्तों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। मलिंचा में, भक्तों ने मां के रथ पर पुष्प वर्षा की। नीमपुरा में, एक महिला भक्त ने मां के चरणों में अपनी नवजात शिशु को रखा और आशीर्वाद लिया। मथुराकाठी नई खोली में, भक्तों ने मां के भजन गाए। ओल्ड सेटलमेंट में, मां के रथ को भक्तों ने अपने कंधों पर उठाया। खरीदा में, मां के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी थी। विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।
विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

निष्कर्ष:

विधानपल्ली सोलापुरी माता का नगर भ्रमण शहरवासियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव था। यह घटना मां के प्रति लोगों की भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक थी।

अतिरिक्त जानकारी:

  • माता श्रीसोलापुरी कुलदेवी हैं।
  • नई फसल आने व सुख समृद्धि के लिए माता की पूजा की जाती है।
  • 8 अप्रैल से दो दिवसीय श्री सोलापुरी माता मंदिर में अमावस्या पूजा होगी व उगादी मनाया जाएगा।
  • चैत्र-अमावस्या पूजा के बाद कुमकुम पूजा होगी।
  • 9 को तेलुगु नववर्ष के उपलक्ष्य में उगादि पूजा होगा।

यह घटना शहर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है और इसे भविष्य में भी याद किया जाएगा।

विधान पल्ली माता मंदिर: खड़गपुर का एक ऐतिहासिक और धार्मिक तीर्थस्थल

खड़गपुर, पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में स्थित एक छोटा शहर, अपनी समृद्ध संस्कृति और धार्मिक माहौल के लिए जाना जाता है। यहाँ स्थित विधान पल्ली माता मंदिर न केवल एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, बल्कि इसकी स्थापना से जुड़ी कहानी भी इसे विशेष बनाती है। विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

मंदिर की स्थापना की कहानी:

कहा जाता है कि कई साल पहले खड़गपुर के इस क्षेत्र में एक सुंदर वन था। वहाँ एक ब्राह्मण परिवार रहता था, जिसके एक सदस्य ने स्वप्न में माँ दुर्गा का दर्शन किया। माँ ने उन्हें बताया कि उनकी मूर्ति इस वन में स्थित है और वहां उनका मंदिर बनाने की इच्छा है।

साधु ने स्वप्न के अनुसार वन में जाकर माँ दुर्गा की मूर्ति को खोज निकाला और मंदिर की स्थापना की। यह स्थल ‘विधान पल्ली’ के नाम से जाना जाने लगा। विधानपल्ली सोलापुरी माता का 108 साल में पहला नगर भ्रमण: एक ऐतिहासिक घटना है।

मंदिर का निर्माण:

जब लोगों को इस बारे में पता चला, तो वे मंदिर के निर्माण में सहयोग करने लगे। मंदिर का निर्माण जल्द ही पूरा हुआ और माँ दुर्गा की सुंदर मूर्ति मंदिर में स्थापित की गई।

नवरात्रि का उत्सव:

मंदिर की स्थापना के बाद से ही यहाँ नवरात्रि के त्योहार में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। नवरात्रि के दिनों में मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाता है और भक्तों द्वारा आरतीयाँ आयोजित की जाती हैं।

विधान पल्ली माता मंदिर का महत्व:

विधान पल्ली माता मंदिर की कहानी, स्थापना और भक्तों की विश्वासनीयता ने इसे खड़गपुर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक बना दिया है। यह मंदिर आज भी भक्तों को शांति और सुख की प्राप्ति के लिए प्रेरित करते हुए खड़ा है।

उदाहरण:

  • मान्यता: यहाँ माता दुर्गा को अपनी इच्छाओं को पूरा करने वाली देवी माना जाता है। भक्तगण यहाँ अपनी मनोकामनाओं को लेकर आते हैं और माता से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

  • चमत्कार: लोगों का मानना ​​है कि माँ दुर्गा ने यहाँ कई चमत्कार किए हैं। भक्तगण अपनी कहानियों को बताते हैं और माता की कृपा का अनुभव करते हैं।

  • शांत वातावरण: मंदिर का वातावरण शांत और आध्यात्मिक है। यहाँ आकर भक्तों को मन की शांति और सुकून मिलता है।

निष्कर्ष:

विधान पल्ली माता मंदिर खड़गपुर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है। यहाँ माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित है और नवरात्रि के त्योहार में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। यह मंदिर भक्तों को शांति और सुख प्रदान करता है।

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